गुरबचन सिंह भुल्लर वाक्य
उच्चारण: [ gaurebchen sinh bhulelr ]
उदाहरण वाक्य
- वर्ष 1992 में प्रख्यात कथाकार गुरबचन सिंह भुल्लर का रेखाचित्र संग्रह ' नेड़े-तेड़े ' प्रकाशित हुआ जिसमें दस लेखकों के रेखाचित्र संकलित हैं।
- गुरबचन सिंह भुल्लर, ओम प्रकाश गाशो और इंदर सिंह ख़ामोश उसके लंगोटिये यार थे पर किसी बात पर इनके साथ बिगड़ गई।
- यह उनकी कहानियों से परिलक्षित होता है … वरिष्ट कथाकार गुरबचन सिंह भुल्लर की कहानी ‘ वेतन, पर्क और गुलाबी पर्ची ' हो, या बलजिंदर नसराली की किसान केन्द्रित कहानी ‘ अगर अपनी व्यथा कहूँ ', बलविंदर सिंह बराड़ की ‘ सन्नाटा ' या जतिन्दर हांस की ‘ राहू-केतु ' हो … इसी प्रकार की नये-पुराने अनेक पंजाबी कथाकारों की कहानियों में वर्तमान समय की क्रूर सचाई को रेखांकित हुआ हम पाते हैं।